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आजकल मन का मिजाज
कुछ ऐसा हो गया है
ना ही किसी से रूठता है,
ओ ना ही किसी से खुश होता है।
आजकल मन का मिजाज
कुछ ऐसा हो गया है
ना ही किसी से रूठता है,
ओ ना ही किसी से खुश होता है।
1.हर वक़्त बहुत सारी बातें करने
का मन होता हैं तुमसे,
लेकिन तुम्हारी बातें सुनकर
एहसास होता है
हमारा चुप रहना ही
अच्छा है|
2. काश कोई ऐसा इन्सान हमारी
जिंदगी में भी
जो हमारे हर एहसास को
समझ सकता
और कहता कयूँ
उदास रहते हो
मैं हूँ तुम्हारे साथ |