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वोट की चोट का दर्द

मूल रूप से किसी भी देश का विकास और उसकी गतिशीलता देश में उपलब्ध संसाधन और उनके संदोहन पर निर्भर करते हैं। भारतवर्ष के भीतर यह गतिविधि प्राथमिक तौर पर भारतीय सरकार के हिस्से आती है।

पारिस्थितिकी की दृष्टि से भारतवर्ष विकास के मानकों पर खरा उतरने के लिए एक अद्वितीय देश है। परंतु भारत की व्यापक रूप से विश्व स्तर पर जो स्थिति है, उसका उत्तरदायित्व किसके सर मढ़ा जाना चाहिए, भारतीय होने के नाते हम बेहतर ढंग से बखान सकते हैं।

मेरी व्यक्तिगत विचारधारा में देश की सबसे ज्वलन्त समस्या देश की जनसंख्या ही इकलौती समस्या है,

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BIOTECHNOLOGY IN INDIA-PRESENT, PAST AND FUTURE PROSPECTS

Biotechnology  is the application of technology in biological sciences. It is a newly emerging field of science in India contributing to the development of the country socioeconomically. Biotechnology deals with the invention of new techniques, equipments and instruments that are beneficial for the betterment of the society. This particular stream of science has many of its contributions towards the pharmaceutical industries with respect to drug designing and manufacturing. For such widespread prospects of this subject,

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Halitosis/Bad Breath

Bad Breath/Odour

What can you understand from this pic?Yes, you must
be thinking that the patient in this image is suffering from toothache/pain, but the actual reason is that the patient is feeling embarrassed regarding the bad breath/odour. Let’s see what is actually bad breath.

** Bad breath (also known as Halitosis) is actually not a serious problem, but its an unpleasant odour in exhaled breath which sometimes becomes a sign of serious disease.Example include poor dental hygiene or eating certain foods like onions or garlic.

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प्रेम

आज मैंने प्रेम जैसे विषय पर सोचा समझा कुछ बातें अपने जीवन के अनुभव से इकट्ठा की। हालांकि प्रेम जितना सरल हैं उतना सरल नहीं दिखता बहुत गहराई लिए होता है प्रेम। कहते हैं ना जैसे हीरे की पहचान धूल में होती है वो उस मिट्टी में भी अपनी चमक बनाये रखता है उसी तरह है प्रेम जब तक उसे अंतरात्मा से महसूस नहीं करेंगे तब तक उसकी चमक का आभास नहीं होगा। प्रेम में एक संतुष्टि होती है वो उम्मीद से परे स्वार्थ से दूर होता है। धीरे धीरे प्रेम में आकाक्षाएं खत्म हो जाती है सिर्फ उसमें एक आध्यात्मिक आभास होता है। प्रेम  इंसान को प्रकृति से जोड़ देता है। नवयुवको में प्रेम एक असंमजस का विषय भी है कुछ ने इसे वासना से जोड़कर देख लिया तो कुछ इसे महज एक दूसरे को पाने की और लालायित रहते हैं। कुछ नवयुवक मानते हैं कि हम जिंदगी भर एक दूसरे के साथ रहते हुए एक दूसरे को समझते हुए प्रेम और सुख पूर्वक अपनी जिंदगी बिताये ये शायद एक आनंदित करने वाली सोच है। लेकिन कुछ लोग प्रेम का सहारा लेकर अपनी वासना का लोगों को शिकार बनाते हैं और बदनाम प्रेम हो जाता है। युवक युवतियों में प्रेम आकर्षण से शुरू होता है और प्रेम की पराकाष्ठा तक पहुंच जाता है जहां वासना नहीं सिर्फ प्रेम होता है वो आकर्षण उम्र के ढ़लने के साथ साथ बढ़ता चला जाता है।

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LOVE SUSTAINABILITY vs. SUSTAINABLE LOVE

Recently I had an unplanned encounter with a beautiful married couple exploring some shocking facts about their married life, it felt that the dust of time has faded the spark between them and they are just carrying the corpus of their relationship on their shoulders. At the beginning of the married life, they vowed about spending a splendid life together and with the passage of time and coping with the turbulence of the married life,

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