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दुनिया में पशु पक्षी आपर, मनुष्य करता इनका शिकार,
पक्षी तो उड़ना चाहता था, हर जीव खुला रहना चाहता था,
अपना स्वार्थ देख मनुष्य ने किया इनका पालनहार,
पक्षी बंद किए पिंजरों में, पशुओं से लिया कार्य अपार,
जंगल, फार्म और सर्कस में किया सभी पर अत्याचार! अत्याचार!