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हमारे श्रृंगार को समझो ना हमारी कमजोरी
हमारी मर्यादा को समझो ना हमारी बेरी
हम ही वह है जो समुद्र लांघ गए हम ही वह है जो ही एवरेस्ट फतह कर गए
हम ही वह है जो आसमान को छू लिए ।
अगर हमारे त्याग की गाथा लिखो तो
तुम्हारी स्याही खत्म हो जाएगी
अगर हमारे बलिदान की कहानी पढ़ो तो
तुम्हारे पन्ने कभी खत्म ना हो पाएंगे
हम स्त्री हैं हम अपनों की खुशी और मर्यादा के लिए कुछ भी कर जाएंगे।।
अनामिका अमिताभ गौरव ✍️