गृहनीति ( Grihniti )

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कथा सम्राट प्रेमचंद की कहानियां संपूर्ण भारत में आज भी पढ़ी, समझी तथा सराही जाती हैं- इतना ही नहीं विदेशी भाषाओं में भी उन की चुनी हुई कहानियों के अनुवाद हो चुके हैं- प्रेमचंद की इस प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रस्तुत है उन की कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘गृहनीति,’ जिस में विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टे मीठे अनुभव बिखरे पड़े हैं- इस कथा संग्रह में लाटरी, शूद्रा, आधार, माता का हृदय, विनोद, डिक्री के रुपए, बूढ़ी काकी व उन्माद कहानियां संकलित हैं।

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Product Description

घरजमाई- प्रेमचंद्र विश्व के उन विशिष्ट कथाकारों के श्रेणी में गिने जाते है जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के जीवन और उन की समस्याओं को सीधीसादी भाषा में प्रस्तुत किया है. प्रेमचंद की इस प्रासंगिता के सन्दर्भ में प्रस्तुत है उन की कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘घरजमाई’ जिस में विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टेमीठे अनुभव बिखरे पड़े हैं. गृहनीति – प्रेमचंद्र विश्व के उन विशिष्ट कथाकारों के श्रेणी में गिने जाते है जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के जीवन और उन की समस्याओं को सीधीसादी भाषा में प्रस्तुत किया है. प्रेमचंद की इस प्रासंगिता के सन्दर्भ में प्रस्तुत है उन की कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘गृहनीति’ जिस में विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टेमीठे अनुभव बिखरे पड़े हैं. दो भाई-करीबी रिश्तों के कथित प्रेम की आड़ में पनपने वाले ईष्याद्वेष को उजागर करती चुनिंदा कहानियों का संग्रह ‘दो भाई’. बचपन में एक को रोता देख दूसरा भी रोने लगता था, लेकिन बड़े होने पर वही भाई मृत्यु पर भी नहीं रोते। ‘दो भाई’ तथा अन्य ऐसी कहानियां जो मानवीय चरित्र के विभिन्न पक्षों को प्रस्तुत करती हैं.

Additional information

Weight 0.177 kg
Dimensions 21 × 14 × 1 cm
Author

Munshi Prem Chand

Condition

Good, Preowned

Language

Hindi

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